उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का

उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का ⏳😞,
पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का!😥 😢