रात देर तक तेरी दहलीज़ पर बैठी रहीं आँखें

रात देर तक तेरी दहलीज़ पर बैठी रहीं आँखें ⏳,
खुद न आना था तो कोई ख्वाब ही भेज दिया होता! 😞🕰️